Top 10 Mysterious Places in India | भारत के ये 10 रहस्यमयी जगह onlinezindagee
देश में ऐसी के स्थान है जहां रहस्य से भरी पड़ी है आज हम भारत के उसी रहस्य में स्थान के बारे में बात करेंगे चलिए शुरू करते हैं
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नंबर टेन
मैग्नेटिक पहाड़ी laddak
हमें मालूम है कि ढलान में एक गाड़ी फिसल जाता है लेकिन क्या यह वास्तव में दूसरी तरफ बढ़ सकती है दादा की पहाड़ी है जिसे माना जाता है कि मैग्नेटिक अगर आप अपनी कार पार्क करने के लिए जाते हैं और उस तट पर छोड़ देते हैं जो जो पहाड़ी पर चढ़ते हैं यह 20 किलोमीटर प्रति घंटे की गति पर बाहर की तरफ बढ़ने वाली सड़क पर चल जाएगा लोकप्रिय रूप से यह हिमालयन वंडर के नाम से जाना जाता है बस्तर में कुछ जादुई कर्मों की तरह दिखाई देते हैं जिनके कारण होता है और को इस तरह से रखा गया है कि ऐसा प्रतीत होता है कि यह इलाका है लेकिन थोड़ा ध्यान है इसीलिए जब गाड़ी गेयर से बाहर निकलते हैं तो ऐसा लगता है कि यह चल रहा है जो कुछ भी हो उसके आसपास की पहली करने का कोई कारण नहीं है
नंबर 9
हैंगिंग पिलर
लेपाक्षी आंध्र प्रदेश दक्षिणी आंध्र प्रदेश के आनंदपुर जिले में एस्तित है लेपाक्षी का ह्गंगिंग पीलेर हैंगिंग पिलर वास्तव में एक रहस्य है विजयनगर की स्टाइल में 16वीं सदी के पत्थर से बनी यह मंदी निर्मित है आप वास्तव में कपड़े यह कागज के मध्य बाद का एक टुकड़ा स्वयं कर सकते हैं जो जमीन और पिलर को अलग करती है ऐसे में टर्न ऑफ 11 क्यूरियस ब्रिटिश इंजीनियर ने इसके सपोर्ट के रहस्य को समझाने की कोशिश की जिसके परिणाम स्वरूप इस प्रक्रिया में थोड़ा सा उखड़ गया कुछ लोग मानते हैं कि पिलर पर पूरे परिसर खड़ा है
नंबर 8
लिविंग रूट ब्रिज
चेरापूंजी मेघालय चेरापूंजी मेघालय के लिविंग के बीच का नाम है रबर के पेड़ को जार कहा जाता है जो कि 3000 फीट तक जाते हैं और यदि आप सोच रहे हैं कि पृथ्वी पर यह कैसे बने तो उन्होंने इस तरह से घूम अंदर जड़े ढलानों के साथ अपना रास्ता बना लिया जैसे की नदी के किनारे उसी क्षेत्र में पैरों से चिपके रहते हैं अपनी जड़ों को नदी के किनारे तक भेजते हैं यह कहा जाता है कि मानव ने नदियों के बीच एक प्राकृतिक खोल के रूप में सहायता करने के लिए उन्हें यह आकार दिया गया है
नंबर 9
लेट लोकतक मणिपुर
भारत के उत्तर पूर्वी लोकतक लेक सबसे बड़ी मीठे पानी की झील है इसके फ्लोटिंग फुमडिस के कारण इसे दुनिया का एकमात्र रास्ता झील नाम दिया गया है इसके प्राकृतिक सुंदरता के इलावा यह झील मणिपुर की अर्थव्यवस्था में बड़ी भूमिका निभाती है हाइड्रो पावर जेनरेशन इरीगेशन ड्रिंकिंग वाटर सप्लाई और स्थानीय मछुआरों के लिए जीविका के रूप में सेवा करते हैं
नंबर 6
ग्रेविटी डिफरेंट पैलेस
ग्रेविटी डिफरेंट पैलेस बड़ा इमामबाड़ा लखनऊ नवा असदुद्दीन ने इस अद्भुत मिश्रण को यूरोप और आठवीं वास्तुकला को एकदम सही सद्भाव बनाया है सेण्टर हाल 50 मीटर लंबा है और लगभग तीन मंजिला ऊंची है बिना किसी भी जमीन के सपोर्ट के बिना खड़ी है मेन होल भूल हो जाएगी वास्तुकला या 1000 से अधिक जिओ के लिए जाना जाता है नंबर परिसर में भरपूर विद्या मंदिर मस्जिद और बावरी है
नंबर फाइव
लैंड ब्लैक मैजिक माय होम असम मैम
के रहस्य के एक भेजो कि काले जादू की भूमि के रूप में जाना जाता है वह भी थोड़ा वाइल्ड लाइफ सेंचुरी के निकट गुवाहाटी शहर से 40 किलोमीटर दूर एक गांव है यह लोग को क्यों माना जाता है कि मैं एवं सांस्कृतिक लगभग 2000 परिवारों के लिए निवास है या से बात है कि इन परिवारों ने करीब 220 जुड़वा बच्चों का जन्म दिया है एक आंकड़ों के मुताबिक को दीनी में पैदा हुए जुड़वा बच्चों की औसत संख्या लगभग से सीबी जो जो एक स्थानीय डॉक्टर और इस जुड़वा के रहस्य को समझने की कोशिश कर रहे हैं यह मानते हैं कि गांव की भोजन की आदत एक कारण हो सकता है कई रिसर्च ने परिणाम प्राप्त करने की कोशिश की है लेकिन कोई भी सफल नहीं हुआ है
नंबर 4
विलेज कुलधारा राजस्थान
लगभग 200 साल पहले कुलधरा में धीरज से अधिक पलवल व मोना का घर था जो किसी समुदाय के रंग से जहां पांच से ज्यादा सदियों से या रहते थे हालांकि एक दिन पचासी गांव के निवासियों सहित पूरी आबादी भाग गए रातों-रात लोक कथा के अनुसार कुल धारा के लोग न केवल गांव को छोड़ दिए थे बल्कि इसके बजाय उन्होंने इसे किसी स्टाफ के साथ छोड़ दिया किसी भविष्य के बस्तियों को मना कर दिया आज का जो कुछ भी बचा है वह कुछ इमारत है पुरानी मंदिर और वह जो अचानक निकासी की व्याख्या करने की कोशिश करती है
नंबर 3
ट्विन्स टाउन किराला
के रोल में मल्लपुरम जिले में स्थित यह छोटा गांव लगभग 2000 परिवारों के लिए निवास है यह सामान्य बात है कि इन परिवारों ने करीब दो सौ बीस जुड़वा बच्चों को जन्म दिया है एक आंकड़ों के मुताबिक को दीनी में पैदा हुए जुड़वा बच्चों की औसत संख्या लगभग 6 गुना है इस जुड़वा के रहस्य को समझने की कोशिश कर रहे हैं यह मानते हैं कि गांव की भोजन की आदत एक कारण हो सकता है कई रिसर्च अपने परिणाम प्राप्त करने की कोशिश की है लेकिन कोई भी सफल नहीं हुआ है
नंबर टू
मास बर्ड्स सुसाइड जतिंगा असम
असम में एक छोटे से गांव चैटिंग में सब कुछ है जो आप एक भी स्कूल हॉलिडे डेस्टिनेशन में उम्मीद कर सकते हैं हालांकि इसके हरे-भरे हरियाली और पहाड़ों की पृष्ठभूमि के बजाय सेटिंग में एक रहस्य में घटना से प्रसिद्ध है जो हर साल मानसून के अंत के महीने के दौरान होता है सूर्यास्त के ठीक बाद जब लोग रात के लिए तैयारी में व्यस्त है तब सेट में प्रवासी पक्षियों ने आत्महत्या कर देते हैं अक्सर होता है कोई आश्चर्य की बात नहीं है स्थानीय लोग एक डरावना सीन बताते हैं कि इस घटना के लिए आपस में बुरी आत्मा जिम्मेदार है सभी पुरुष से पक्षी विज्ञानी स्पष्टीकरण से संतुष्ट नहीं है एक वैज्ञानिक सिद्धांत आए हैं वे कहते हैं कि जब घबराए हुए पक्षियों के लिए रास्ता बनाने की कोशिश करते हैं तो पैरों और इमारतों को मारते हैं इसके परिणाम स्वरूप मौत छोटी होती है हालांकि यह समझने में कोई भी नहीं है कि यह पक्षी उड़ते हैं और हर साल उसी स्थान पर फस जाते हैं
नंबर १
ब्लेक रूपकुंड उत्तराखंड
ब्लेक रूपकुंड उत्तराखंड हर्षल रूपकुंड में बर्फ पिघलता है 16500 फीट की ऊंचाई पर स्थित एक ग्लेशियल लेक है जहां मानव कंकाल के सैकड़ों प्रोटीन देखा जाता है एक फॉरेस्ट रेंजर द्वारा 1942 में सबसे रूपकुंड झील के कंकाल ऐसे में से ढका हुआ है फॉरेंसिक और रेडियो कार्बन परीक्षण का मानना है कि लाश लगभग 12 सौ साल पुरानी है कोई भी यह नहीं जानता कि यह लोग कौन थे हिमालय के क्षेत्र में क्या कर रहे थे लोक कथाओं के अनुसार कंकाल का वह से कन्नौज के राजा जस धवल की गर्भवती पत्नी और सैकड़ों नौकर है जो तीर्थ यात्रा पर नंदा देवी मंदिर की तरफ जा रहे थे हालांकि इससे पहले कि वे अपने गंतव्य तक पहुंच सके लेकिन एक भयानक बर्फीले तूफान में फस गए जो अपनीप्रजा के लिए किसी भी स्थान को खोजने में असमर्थ हुए और पूरे लोग मारे गए |post o share jarur kare
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